नवेल में नाबालिग मजदूर कार्यरत,प्रधान द्वारा दी जा रही जांच अधिकारियों व मीडिया कर्मियों से मार-पीट की शिक्षा।393 की हाजरी मौके पर 50 भी नहीं
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➡एक ही फोटो बार बार अपलोड करनें का गंभीर आरोप।
➡️नाबालिगों से मजदूरी करवाने की दिखी झलक जिनके हाथों में किताब होना चाहिए उन्हें दी जा रही मार पीट की शिक्षा
➡️नवेल में हर तरफ दिख रही है लूट
ब्यूरो रिपोर्ट,इंडिया टाइम्स न्यूज एजेंसी
सिद्धार्थ नगर(04/05/2025)
विकास खंड खुनियांव अंतर्गत ग्राम पंचायत नवेल में
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी ‘मनरेगा’ योजना मजदूरों का फर्जी जॉब कार्ड लगाकर प्रधान ने अधिकारियों की मिलीभगत से किया सरकारी धन की लूट।भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी मजबूत है कि शिकायत के बाद भी हो जाती है लीपापोती और शिकायतकर्ता को धमकी और प्रलोभन देकर करा दिया जाता है चुप।

देश की सबसे बड़ी रोजगार योजना महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार एक्ट (मनरेगा) अब पूरी तरीके से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है।भ्रष्टाचार इस योजना में भी सेंधमारी करके पूरी योजना पर पलीता लगा दिया है।इस योजना का मकसद था कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले गरीब परिवारों को रोजगार मिल सके ताकि वे रोजगार के लिए बाहरी प्रदेशों में ना जाएं।मगर मनरेगा के जिम्मेदारों ने ही इस योजना में इस कदर लूट मचाई कि सरकार की पूरी मंशा धराशाई हो गई।

जनपद सिद्धार्थनगर के खुनियांव ब्लॉक में खास तौर पर इस योजना ने भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। खुनियांव ब्लाक अंतर्गत ग्राम पंचायत नवेल मे दिनांक 3-05-2025 को 393 मनरेगा मजदूर लगे थे पोर्टल पर, पोर्टल पर एक ही फोटो बार-बार अपलोड कर हाजरी लगाकर सरकार को चूना लगाने पर लगे हुए है जिम्मेदार।
PWD से सेक्टर रोड तक एग्रो कार्य,बड़े सेक्टर से नाला तक एग्रो रोड कार्य,नहानु के घर से बड़े सेक्टर तक एग्रो रोड कार्य,आन्ही के खेत से बड़े सेक्टर तक एग्रो रोड कार्य,आदि ऐसे ही 7 work I’d पर 393 मनरेगा मजदूर कागजो मे लेकिन मौके पर सिर्फ़ 35 से 50 मज़दूर काम करते पाए गए।
अभी
आपको बताते चलें कि ग्राम पंचायत नवेल में नाबालिग लड़के भी काम करते हैं। इस ग्राम पंचायत में सिर्फ सुबह के टाइम नरेगा चलता है और वहीं फोटो शाम में भी लगा दिया जाता है।
नाबालिग लड़कों से पूछ ताछ किया गया तो उन्होंने बताया कि प्रधान का कहना है कि “अगर कोई भी अधिकारी जांच करने आता है तो सुबह लोग मिलकर मार लो जो होगा हम देख लेंगे।”
यह सबसे गंभीर समस्या है कि एक नाबालिग लढका काम करते समय ऐसा बात बताया कि सभी सन्न रह गये। नाबालिगों को हिंसक बनाना सबसे गंभीर समस्या है। कोई मजदूर अपनी समस्या के लिए करता है न कि दबंगई सीखनें के लिए लेकिन ग्राम का एक जिम्मेदार व्यक्ति यदि ऐसी शिक्षा देता है तो समझ लो कि इस देश का भविष्य बर्बाद हो चुका है।
अब देखना है कि वीडियो एपीओ सीडीओ इस पर क्या कार्रवाई करते हैं
