शादी के दिन दूल्हा और पिता बनें मनरेगा मजदूर,ग्राम पंचायत गदरहिया में जिम्मेदारों पर एफआईआर सहित सख्त कार्रवाई के बजाए लीपापोती

ब्यूरो रिपोर्ट,इंडिया टाइम्स न्यूज एजेंसी
सिद्धार्थ नगर(05/05/2025)
इमानदारी का तमगा दिखा रहे जिलास्तरीय अधिकारी क्यों मौन धारण किए हुए हैं?जिलाधिकारी की चुप्पी अकल्पनीय
विकास खंड डुमरियागंज अंतर्गत स्थिति ग्राम पंचायत गदरहिया में कुछ ऐसा हो रहा है कि आप कल्पना नहीं कर सकते हैं।भ्रष्टाचार में डूबे ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों की खुली पोल।यह एक ऐसी चोरी है जो बडे बडे लूट का पर्दाफाश कर सकती है।
यहां भ्रष्टाचार की जड़ें बहुत मोटी है और यदि इन परतों को निचोडा जाए तो कुछ ऐसे भ्रष्टाचार दिखेंगे जिससे हर कोई हतप्रद रह जाएगा।शौचालय,मनरेगा,वृक्षारोपण, हैंडपंप, तालाब सौन्दर्यीकरण आदि योजनाओं में भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार दिखाई देता है।हर तरफ मची है लूट और लूट में बनें है जिम्मेदार हिस्सेदार।
मनरेगा योजना बनी भ्रष्टाचार योजना,इससे बडा और क्या साक्ष्य दिया जाए कि सख्त कार्रवाई संभव हो सके।
एक ही टाइम पर दूल्हा दो जगह मौजूद कैसे हो सकता है?शादी के दिन क्या कोई मनरेगा मजदूरी करेगा?
जाबकार्ड धारक गोपाल से बात की गई तो बताया कुछ भी हो सकता है वैसे मेरी शादी थी मैं कहीं काम पर नही था।
शादी का मंडप,और मजदूरी ऐसा कारनामा सिर्फ विकासखंड डुमरियागंज में ही संभव है।
ग्राम सचिव,रोजगार सेवक,प्रधान की मिलीभगत से सरकार के पैसों को रहे डकार रहे जिम्मेदार।
मनरेगा योजना कितनी दुधारू योजना है इसक का प्रमाण है कि कागज़ में पिता पुत्र दोनो शादी के दिन कर रहे हैं मजदूरी और आनलाइन सबकुछ दिख रहा है।
खंडविकास अधिकारी ऐसे प्रकरण को बढ़ावा देने में लगे,नही देते मीडिया के स्वरों का जवाब।मनमानी, दबंगई और हठधर्मिता का भी रिकार्ड अपनें नाम कर चुके हैं खंड विकास अधिकारी डुमरियागंज।
जाबकार्ड धारक गोपाल से बात की गई तो बताया कुछ भी हो सकता है वैसे मेरी शादी थी मैं और मेरे पिता कहीं काम पर नही थे।
खंड विकास अधिकारी डुमरियागंज से पक्ष जाननें का प्रयास किया गया तो अनरीचबल ही आते रहे और ग्राम पंचायत अधिकारी भी अपनें अपको बयान से बचाते रहे।