“दुआ के नाम पर धोखा! गोंडा में मसरूर आलम का अंधविश्वास का गोरखधंधा उजागर”
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रिपोर्ट : मोहम्मद आरिफ | 09 जुलाई 2025
गोंडा – आधुनिक युग में भी अंधविश्वास और झाड़-फूंक की काली छाया समाज पर मंडरा रही है। गोंडा जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहाँ ‘दुआ के ठेकेदार’ लोगों की मजबूरी का फायदा उठाकर उन्हें शिकार बना रहे हैं। खासकर मानसिक, आर्थिक और शारीरिक समस्याओं से जूझ रहे लोगों को ताबीज और झाड़-फूंक के नाम पर लूटा जा रहा है। छांगुर बाबा की तरह ये भी बड़ा बनने की कोशिश कर रहा है ।

गिन्नी नगर का ‘फर्जी बाबा’ मसरूर आलम — अंधविश्वास का मसीहा या ठगी का बादशाह?
खोड़ारे थाना क्षेत्र के अंतर्गत गिन्नी नगर में जनपद बलरामपुर पचपेड़वा क्षेत्र का रहने वाला मसरूर आलम खुद को ‘दुआ वाला’ बाबा बताकर भोले-भाले लोगों को झांसे में ले रहा है। वह दावा करता है कि वह ताबीज, फूंकें गए पानी और झाड़-फूंक से हर परेशानी दूर कर सकता है — चाहे वो बिमारी हो, बेरोजगारी, या पारिवारिक कलह।
सूत्रों के मुताबिक, मसरूर आलम ने बाकायदा ने कई ठिकाने बना रखे हैं — जहां वह बिना किसी वैध लाइसेंस या चिकित्सा योग्यता के “इलाज” करता है। बलरामपुर, सिद्धार्थनगर और गोंडा में इसके ‘झाड़-फूंक सेंटर’ सक्रिय हैं।
महिलाओं से कमरों में ‘इलाज’ — बड़ी घटना का इंतजार?
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि बाहर इलाज न करके मसरूर अक्सर महिलाओं को कमरों में बुलाकर इलाज करने का दावा करता है। यह न सिर्फ सामाजिक मर्यादा के खिलाफ है, बल्कि सुरक्षा की दृष्टि से भी खतरनाक है। स्थानीय लोगों का कहना है कि मसरूर ने कई परिवारों से मोटी रकम वसूली है, और इसके खिलाफ कई बार शिकायत भी की गई, लेकिन अब तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
प्रशासन से सवाल — कब होगी सख्त कार्रवाई?
अब सवाल उठता है कि क्या प्रशासन किसी बड़ी अनहोनी का इंतज़ार कर रहा है? क्या इस तरह के अंधविश्वास और ठगी पर अंकुश लगाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं होगी? समाज को जागरूक होने की जरूरत है कि झाड़-फूंक और दुआ-ताबीज की आड़ में चल रहे इस धंधे को समय रहते रोका जाए, वरना आने वाले दिनों में इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
🛑 यदि आपके आस-पास भी कोई ऐसा मामला हो, तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें और अपने परिवार को जागरूक बनाएं।
