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सिद्धार्थनगर में स्वास्थ्य सेवाओं पर बड़ा सवाल: न्यू बलरामपुर डायग्नोस्टिक सेंटर में फर्जीवाड़े का खुलासा 

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रिपोर्ट कुतबुद्दीन सिद्दीकी


सिद्धार्थनगर जिले के बढ़नी क्षेत्र में स्थित न्यू बलरामपुर डायग्नोस्टिक सेंटर पर गंभीर आरोप लगे हैं। शिकायतकर्ता ने जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्साधिकारी को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि इस सेंटर में अल्ट्रासाउंड जैसी संवेदनशील जांचें एक अप्रशिक्षित व्यक्ति, हबीब खान, द्वारा की जा रही हैं। यह व्यक्ति न तो चिकित्सकीय योग्यता रखता है और न ही अल्ट्रासाउंड करने का मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण। इस आरोप को प्रमाणित करने के लिए वीडियो साक्ष्य भी प्रस्तुत किए गए हैं।

डॉ. सौरभ गुप्ता की डिग्री का दुरुपयोग

शिकायत में यह भी बताया गया है कि डॉ. सौरभ गुप्ता (MBBS) की डिग्री का फर्जी तरीके से उपयोग कर कई अल्ट्रासाउंड और पैथोलॉजी सेंटर्स संचालित किए जा रहे हैं। इनमें सेवा अल्ट्रासाउंड सेंटर (इटवा), बलरामपुर पैथोलॉजी (बढ़नी), न्यू बजरंग पैथोलॉजी (इटवा), और सिद्धार्थ पैथोलॉजी (बढ़या) शामिल हैं। इन सभी स्थानों पर बिना वैध रजिस्ट्रेशन और अधिकृत चिकित्सक की उपस्थिति के अल्ट्रासाउंड किया जा रहा है, जो कि PCPNDT अधिनियम, 1994 और उत्तर प्रदेश चिकित्सा नियमावली का उल्लंघन है।

हबीब खान अल्ट्रासाउंड टेक्नीशियन

स्वास्थ्य विभाग की भूमिका पर सवाल

इस मामले ने जिले में स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सोनोग्राफी जैसी तकनीकी और विशेषज्ञता मांगने वाली प्रक्रिया को अप्रशिक्षित व्यक्ति द्वारा कराना न केवल चिकित्सा नियमों का उल्लंघन है, बल्कि यह मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ भी है।

जांच और कार्रवाई की मांग

शिकायतकर्ता ने इस पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच कराने और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही, जिले के अन्य डायग्नोस्टिक और पैथोलॉजी सेंटर्स की भी जांच कराने की आवश्यकता जताई है।

यह मामला स्वास्थ्य सेवाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार और लापरवाही को उजागर करता है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस पर क्या कदम उठाता है।


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