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बलरामपुर: फर्जी जन्म प्रमाण पत्र और आधार कार्ड बनाने के नाम पर अवैध वसूली जारी

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ब्यूरो रिपोर्ट/बलरामपुर


बलरामपुर: मंगलवार को बलरामपुर पुलिस ने एक बड़े फर्जीवाड़ा गिरोह का भंडाफोड़ किया था, जो जाति/निवास/जन्म प्रमाण पत्र और आधार इनरोलमेंट/अपडेट करने का धंधा कर रहा था। इस कार्रवाई में 11 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया और उनके कब्जे से लैपटॉप, प्रिंटर सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए गए थे। हालांकि, अभी भी जनपद में कई जगहों पर यह अवैध गतिविधियाँ चोरी-छिपे जारी हैं।

अवैध गतिविधियों की जानकारी:

उतरौला तहसील के अंतर्गत चिरकुटिया, महुआ बाजार, हुसैनाबाद, रेहरा बाजार जैसे अनेक जगहों पर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र और आधार कार्ड बनाने के धंधे को अंजाम दिया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, इसका मास्टरमाइंड ऐसे व्यक्ति हैं जो नियम और कानून की परवाह नहीं करते और धड़ल्ले से आधार कार्ड बना रहे हैं। विरोध करने पर वे लोगों को डरा-धमका भी रहे हैं।

अवैध वसूली के मामले:

आधार कार्ड बनवाने के लिए केवल 50 रुपये का सरकारी शुल्क लिया जाता है, लेकिन उपरोक्त जगहों पर उपभोक्ताओं से 500 से 800 रुपये तक वसूले जा रहे हैं। इसके अलावा, आधार कार्ड में गलती सुधारने के लिए भी 100 से 200 रुपये के बीच वसूले जा रहे हैं।

शिकायतें और आला अधिकारियों का बयान:

इस संबंध में आला अधिकारियों का कहना है कि जहां-जहां से शिकायतें मिली हैं, वहां छापेमारी की जाएगी। यदि अवैध गतिविधियाँ पाई जाती हैं, तो फिर से अभियान चलाकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस की अपील:

बलरामपुर पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अवैध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। पुलिस ने विश्वास दिलाया है कि अवैध धंधों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और जनपद में कानून व्यवस्था को बरकरार रखा जाएगा।

यह मामला अब जनपद में चर्चा का विषय बन गया है और नागरिकों में रोष का माहौल है। जनपद वासियों को उम्मीद है कि पुलिस और प्रशासन इन अवैध गतिविधियों पर जल्द से जल्द रोक लगाएंगे और दोषियों को सलाखों के पीछे भेजेंगे।


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