सभ्य समाज का निर्माण करती है शिक्षा – मौलाना जमील
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ब्यूरो रिपोर्ट : सिद्धार्थनगर
डुमरियागंज – डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के बगहवा गांव में शबे बारात के शुभ अवसर पर इसलहे मुआशरा कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में देश के नामवर उलमा और विद्वानों ने शिरकत की और कांफ्रेंस को संबोधित किया।

मौलाना जमील ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा के माध्यम से ही हम एक बेहतर और सभ्य समाज का निर्माण कर सकते हैं। उन्होंने कहा, “जिस व्यक्ति के जीवन में शिक्षा नहीं होती, उसका जीवन अंधकार में भटकता है।”

साहब अली चतुर्वेदी ने जलसे को संबोधित करते हुए कहा कि आज का मुस्लिम समाज हज़रत मोहम्मद मुस्तफा (स.अ) के बताये हुए मार्ग से भटक गया है और समाज में तरह-तरह की बुराइयां और सभ्यताएं जन्म ले चुकी हैं। इन्हें समय रहते दूर करना बहुत जरूरी है और यह बदलाव बेहतर शिक्षा के माध्यम से ही किया जा सकता है।
जावेद अलीमी ने कहा कि सोशल मीडिया हमारी आने वाली नस्लों को मानसिक तौर पर गुलाम बना रहा है, जिससे उनमें निकम्मापन और नकारापन तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि समय रहते हमें अपने बच्चों को इस वबा से बचाना होगा ताकि उनके बेहतर भविष्य का निर्माण हो सके।
अरबाब फारुकी ने कहा कि शिक्षा के जरिए ही हम अच्छे और बुरे में सही ढंग से फर्क कर सकते हैं।
कार्यक्रम में तिलावते कलाम पाक कारी मकसूद अकरम, हमदे पाक सादिक रजा नेपाली, और नआत दिलशाद अहमद ने पेश की। जलसे का संचालन सलाहुद्दीन अहमदी ने किया और अध्यक्षता जमील अहमद निजामी ने की।
इस मौके पर मौलाना इश्तियाक, मौलाना फ़ैज़ान, मौलाना सफीक निज़ामी, मौलाना अकबर असर्फी ने भी कांफ्रेंस को संबोधित किया।
इस अवसर पर राफातुअल्लाह, इमरान, तफ़्सीर, अब्दुल वाहिद, अमीरुल्लाह, इरफान, अबरार, नसीरुद्दीन, शौकत प्रधान, अब्दुल सलाम, मेराज मलिक और अन्य रजाकार भी मौजूद रहे।
