लगातार हो रहे भारी वर्षा से लोगों का जन जीवन अस्त व्यस्त क्षेत्र में मची तबाही

संवाददाता कमर खान
गैसड़ी / बलरामपुर : चित्तौड़गढ़ जलाशय से पानी छोड़े जाने एवं पहाड़ी नालो में बाढ़ आ जाने से लोगों का जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है कई स्थानों पर नव निर्मित मार्ग कट जाने से आवागमन भी बाधित हो गया है कई गाँव के लोग बाढ़ से घिर गये जहाँ लोग संसाधन के अभाव में घर में प्रयोग होने वाला रोजमर्रा सामान की आपूर्ति नही कर पा रहे हैं । गौरतलब हो क्षेत्र में एक हफ्ते से लगातार हो रही बारिश के चलते पहाड़ी नकटी नाला, कटहा नाला, कवही नाला, बरूनी नाला, भांभर नाला, बूढ़ी राप्ती सहित अन्य कई नालों में बाढ़ ऊफान पर है जिससे रोपित धान का फसल व नर्सरी, गन्ना फसल व अरहर फसल पूर्ण रुप से करीब पांच दिनों से जलमग्न है तो वहीँ ब्लाक मुख्यालय से करीब बीस किलोमीटर दूर अल्लानगर हरनहवा के पास स्थित बूढ़ी राप्ती व कटहा पहाड़ी नाला में बाढ़ आने से गौरा बगनहवा अल्लानगर का सम्पर्क मार्ग भी अवरूद्ध हो गया है। हरनहवा बगनहवा के बीच नाला पर पुल न होने से क्षेत्र वासियों के लिए भारी संकट बनी हुई है। पहाड़ी नाला पार करने के लिए छह माह करीब दर्जनों गांव के लोग नाव के सहारे रहते हैं। पुरानी नाव भी छतिग्रस्त होने से नाविक समेत ग्रामीणों में काफी दहशत है। ग्रामीणों ने नये नाव की व्यवस्था कराये जाने की मांग प्रशासन से की है। बूढ़ी राप्ती को पार कर क्षेत्र वासी ब्लाक मुख्यालय, जैतापुर, पिपरा , बिस्कोहर बाजार , तहसील मुख्यालय पहुंच कर रोजमर्रा के जरूरत की वस्तुओं की
खरीददारी करने के लिए प्रति ग्रामीणों को यहां से गुजरना पड़ता है। शनिवार को पहाड़ों पर हुई बारिश के चलते कई नदी नालों में ऊफान आ गया है। मदरहवा में कटान हो जाने से राम लखन भारती, जगन्नाथ, मिश्रीलाला, दशरथ प्रसाद, गुलाम हुसैन, रामसहाय, रामकेवल, रामतीरथ सहित कई लोगों का घर खतरे के निशान पर है कटान लगातार जारी रहा तो कभी भी नाले में समाहित हो सकता है इस सम्बन्ध में ग्रामीणों ने बाढ़ राहत / आपदा केन्द्र के कंट्रोल कार्यालय में सूचना दी लेकिन कोई ठोंस कदम नहीं उठाया गया। इस तरह हरनहवा बगनहवा के वासियों ने प्रशासन से शीघ्र ही नाव उपलब्ध कराये जाने की मांग की है। क्षेत्र के मदरहवा, अल्लाह नगर , हरनहवा पूर्व डीह, व पश्चिम डीह, सुस्ता, मानपुर, बगनहवा , बखरकोटवा, मनकी, भदुई, कन्हईडीह, जिगनिहवा, गोड़ियनडीह, मुस्लिमडीह, चुकवा, मुरावनडीह, धोकरहा, हुब्बाडीह सहित कई गाँव बाढ़ से घिर गये है । क्षेत्रवासी राम लखन, रमजान खान, माबूद खान, राम लखन भारती , संतराम , राजकिशोर यादव , फागु यादव , राजेंद्र प्रसाद समेत अन्य ग्रामीणों ने क्षतिग्रस्त नाव की जगह नये नाव की व्यवस्था कराए जाने की मांग की है। ग्रामीण जिलाजीत यादव, राज किशोर यादव ,चंद्रपाल ,पन्नालाल, मोहन व कृष्ण लाल सहित लोगों ने कहा कि इस नदी पर मात्र एक ही नाव था जो क्षतिग्रस्त हो गया है जिससे अब लोगों को नाला पार करना जान जोखिम के बराबर है शासन व प्रशासन से अति शीघ्र नाव की उपलब्धता कराई जानी महत्वपूर्ण है वही मानपुर गांव के पास नहर कट जाने से बाढ़ का पानी से सैलाब जैसे स्थिति बन गई है इस नहर कटान के रोकथाम के लिए पक्के आरसीसी निर्माण कराए जाने की मांग ग्रामीण राजेश्वरी प्रसाद चौधरी , प्रजापति चौधरी, रामबरन गुप्ता , सीताराम यादव , बाबूराम भारती , बृजेन्द्र बहादुर मौर्य सहित लोगों ने गांव के पश्चिम कटे हुए नहर की रोकथाम कराये जाने की मांग शासन व प्रशासन से की है ग्रामीणों का कहना है कि यदि इस कटान को पक्के निर्माण कार्य कराकर नहीं रोका गया तो भविष्य में नदी जैसा रूप हो जाएगा। इस सम्बन्ध में तहसीलदार तुलसीपुर प्रमेश कुमार ने बताया कि सम्बंधित हल्का क्षेत्र कर्मचारियों से सूचना लिया जा रहा है आवश्यकतानुसार शीघ्र ही संसाधन उपलब्ध करा दिया जायेगा।