तेज़पुर में लाखों की लागत से बना अमृत सरोवर सूखा, पशु पक्षियों के सूख रहे हलक
1 min readरिपोर्ट:- नौशाद ख़ान
गोण्डा ग्राम पंचायतों में अमृत सरोवर योजना के तहत लाखों रुपए की लागत से अमृत सरोवर तालाब का निर्माण कराया गया है। जिसका उद्देश्य है कि गर्मी के दिनों में उस क्षेत्र जल स्तर समान्य स्थिति में बना रहे। इन सभी समस्या को देखते हुए प्रधानमंत्री अमृत सरोवर योजना के तहत पानी रोकने तालाब का निर्माण कराया गया है! विकासखण्ड छपिया के अंतर्गत ग्राम पंचायत तेजपुर में लाखों रुपये की लागत से बना अमृत सरोवर तालाब भी सूखा पड़ा है। अब एक बूंद पानी न होने के कारण वीरान हो गया है। शीलापटों पर मोटे मोटे अक्षरों से तालाब के विषय में लिखी गई बाते तो अभी भी अपनी चमक लिए हुई है लेकिन अमृत सरोवर की रौनक बेदम हो चली है।
ग्रामीणों को मवेशियों को पानी पिलाने के लिए सरकारी संसाधनों की बजाय खुद के संसाधनों की व्यवस्था करनी पड़ रही है ! अगल बगल की जगहों पर गंदगी हैं और झाड़ियाँ उग आई हैं।
गर्मी बढ़ते ही जिले का भू-गर्भ जलस्तर कम हो जाता है। करीब एक माह से दिन ब दिन गर्मी बढ़ती जा रही है। अधिकांश तालाब व कुएं सूख रहे हैं। आम जनमानस के साथ पशु-पक्षियों को भी पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। सबसे अधिक समस्या पशुपालकों को हो रही है। पशुपालक मवेशियों पानी पिलाने दूर ले जाना पड़ता हैं। लाखों रुपए की लागत से बने अमृत सरोवर में बूंद भर भी पानी नहीं बचा है। जिले में भीषण गर्मी होने के बावजूद प्रशासन की ओर से तालाबों में पानी भरवाने की कवायद नहीं शुरू की गई है।