सीएमओ कार्यालय में भ्रष्टाचार : रुपये के लेने-देन की वीडियो ने खोली पोल
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सिद्धार्थनगर सीएमओ कार्यालय में भ्रष्टाचार: रुपये के लेने-देन की वीडियो ने खोली पोल, लाइसेंस नवीनीकरण के लिए पांच लाख की डिमांड।
उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर से एक बेहद ही चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है। यहां पर एक अस्पताल के नवीनीकरण लाइसेंस के लिए पांच लाख रुपये की मांग की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की पोल खोलने वाली कई वीडियो सामने आई है, जिसमें सिद्धार्थनगर के मुख्य चिकित्साधिकारी वीके अग्रवाल समेत स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारियों की बातचीत साफ सुनी जा सकती है।
india times news agency के हाथ जो वीडियो और जानकारी हाथ लगी है उससे पता लग रहा है कि, सिद्धार्थनगर में स्थित ए.एच. अस्पताल के लाइसेंस नवीनीकरण के लिए रणजीत कुमार से पांच लाख रुपये की डिमांड की जा रही है। इसमें पीड़ित की तरफ से कहा गया कि उसने एंबुलेंस बेचकर डेढ़ लाख रुपये दिए हैं, जबकि अब और रुपये मांगे जा रहे हैं। रुपये नहीं देने पर अस्पताल के लाइसेंस का नवीनीकरण नहीं किया जा रहा है।
सिद्धार्थनगर में स्वास्थ्य मंत्री के आदेश पर चार तहसीलों में बड़ी कार्रवाई की गई लेकिन वहीं पर डुमरियागंज तहसील में सिर्फ नोटिस ही दिया गया। सूत्रों के माने तो सीएमओ मोटी रकम लेकर मामले को रफा दफा कर देते हैं और डुमरियागंज के सीएससी अधीक्षक सरवन तिवारी नोटिस देने के बाद रात में अस्पताल पर जाते हैं वसूली करने।
वीडियो में सुना जा सकता है कि सामने बैठे अधिकारी से पीड़ित कह रहा है कि एक दे दिए थे और 40 लेकर आए हैं वो रख लिजिए। जब कागज तैयार हो जाएगा तो 10 और दे देंगे। इस दौरान पीड़ित की तरफ से कहा जा रहा है कि वो कर्ज लेकर आया है और अब इससे ज्यादा नहीं दे पायेगा। यही नहीं पीड़ित ये भी कह रहा है कि वो हर महीने आकर मिला करेगा।
सीएमओ सिद्धार्थनगर कर रहे अपशब्द का प्रयोग
एक वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि एक तरफ सीएमओ बैठे हुए हैं, जबकि दूसरी तरफ एक और व्यक्ति बैठा हुआ है। इस दौरान बातचीत में सीएमओ की तरफ से अपशब्द कहे जा रहे हैं। इस दौरान वहां मौजूद एक व्यक्ति माफी भी मांग रहा है।
एंबुलेंस बेचकर रुपये देने की बात
एक कार में स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी और पीड़ित व्यक्ति के बीच बातचीत की भी वीडियो सामने आयी है। इसमें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी द्वारा पीड़ित व्यक्ति को समझाया जा रहा है। कि जब तक ये रहेंगे सनेंगे नहीं अपना काम संतकबीरनगर में कर लो। इस बीच पीड़ित का कहना है कि आज उसकी एंबुलेंस भी बिक गयी। इसमें भी उसके द्वारा कहा जा रहा है कि अगर रुपये चाहिए तो दे देंगे।रि
रिपोर्ट शहाबुद्दीन फारुकी