उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही पुलिस हिरासत में मौतों के संबंध में उपजिलाधिकारी बांसी को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल के नाम ज्ञापन
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ब्यूरो रिपोर्ट, इंडिया टाइम्स न्यूज एजेंसी
सिद्धार्थ नगर (05/04/2025)
पिछले कुछ महीनो में उत्तर प्रदेश के विभिन्न थानों में पुलिस हिरासत में कई मौतें हुई हैं.
आंकड़ों के हिसाब से वर्ष 2018-19 में 12 लोगों की पुलिस हिरासत में मौत हुई, 2019-20 में 3 लोगों की मौत हुई 2020- 21 में 8 लोगों की मौत हुई, 2021- 22 में 8 लोगों की मौत हुई,2022- 23 में 10 लोगों की मौत हुई और 2024 में यह संख्या काफी बढ़ गई है।
इनमें ज्यादातर लोग पिछड़े और कमजोर वर्गों से आते हैं, जिन्हें किसी ताकतवर व्यक्ति के कहने पर थाने पर लाया गया और पिटाई में उनकी मौत हुई।
सबसे गंभीर बात यह है कि प्रदेश सरकार और यूपी पुलिस ने इन सभी मामलों को रफा दफा करने का पूरा प्रयास किया और इनमें लगभग किसी भी मामले में समुचित विधिक कार्रवाई नहीं की गई है।
आजाद अधिकार सेना ने ज्ञापन के माध्यम से यूपी सरकार को पिछले 6 माह में उत्तर प्रदेश के विभिन्न थानों में हुए पुलिस हिरासत की मौत के संबंध में समुचित कार्यवाही करने तथा कृत कार्रवाई के संबंध में श्वेत पत्र निर्गत करने के निर्देश देने की मांग की है।
ज्ञापन देने के दौरान जिला प्रभारी उपेन्द्र चतुर्वेदी,महिला जिलाध्यक्ष कुसुम लोधी,रोहित दुबे,राहुल गौतम उपस्थित रहे।