पूर्व विधायक राममगन रावत का नया नही है सपा उम्मीदवार के खिलाफ पार्टी के प्रत्याशी को हराने के लिए प्रचार करना

हैदरगढ़ बाराबंकी
समाजवादी पार्टी के जड़ में मट्ठा डालना पूर्व विधायक के लिए नया काम नही है पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप की परंपरागत हैदरगढ़ विधानसभा सीट तब चर्चा में आई थी जब पूर्व मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह के लिए सुरेंद्र नाथ अवस्थी ने कांग्रेस ने रहते हुए अपनी विधायकी से इस्तीफा दें दिया था राजनाथ सिंह के लिए राजनाथ सिंह उत्तर प्रदेश के किसी सदन के सदस्य नही थे नियमानुसार सीट पुत्तू अवस्थी ने खाली करके बीजेपी ने उम्मीदवारों राजनाथ सिंह को बनाया सपा से राम पाल वर्मा ने अपना नामांकन दाखिल किया था राजनाथ सिंह पछत्तर हजार लगभग वोटो से जीते थे तब से हैदरगढ़ विधानसभा की सीट वीआईपी हो कर चर्चा में पूरे देश में आई थी ।
2002 में आम चुनाव हुए बीजेपी से राजनाथ सिंह चुनाव लडे सपा ने छात्र राजनीति से आए अरविंद सिंह गोप को चुनाव मैदान में उतारा ।
आम चुनाव सपा तो हार गई लेकिन राजनाथ सिंह को कडी टक्कर देते हुए पैतालिस हजार वोट पाकर चर्चा में आ गए थे बीजेपी को बहुमत नहीं मिली राजनाथ सिंह ने हैदरगढ़ से अपना इस्तीफा दे दिया सीट रिक्त हुई । उप चुनाव में समाजवादी पार्टी ने अरविंद सिंह गोप को मैदान में उतारा। गोप ने पहली बार हैदरगढ़ विधानसभा सीट पर जीत कर परचम लहराया पहली बार सपा का खाता भी खुला । अरविंद सिंह गोप ने 2007 के आम चुनाव में पुनः जीत कर हैदरगढ़ की पुरानी परंपरा भी तोड़ी की हैदरगढ़ सीट एक ही दल लगातार दो बार कोई विधायक नही बना।
हैदरगढ़ सीट 2012 में परसीमन में एससी कोटे में जाने से पूर्व सांसद रामसागर रावत के पुत्र राममगन रावत को समाजवादी पार्टी से टिकट मिला जीते ।
2002 से 2012 तक हैदरगढ़ विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री ने बहुत विकास करवाया था जनता दरबार लगाकर त्वरित कार्रवाई कराते थे जनता संतुष्ट रही उसी का परिणाम रहा राम मगन रावत ने तीस हजार से अधिक मत पाकर जीत हासिल की थी। समाजवादी पार्टी की सरकार बनी 2014 में लोकसभा आम चुनाव में समाजवादी पार्टी ने राजरानी रावत को प्रत्याशी बनाया गया।
पूर्व सांसद रामसागर रावत पूर्व विधायक राम मगन रावत ने पार्टी के प्रत्याशी के विरुद्ध प्रचार खूब किया बीजेपी को वोट ट्रांसफर करवाया
सपा का प्रत्याशी चुनाव हार गया
2015 में पंचायत चुनावों में सपा प्रत्याशी जिला पंचायत अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह के खिलाफ भी चुनाव प्रचार गोपनीय कर हराने का प्रयास किया गया लेकिन प्रत्याशी ने
पांच हजार से अधिक मत से जीत दर्ज की
2016 में हुये ब्लॉक प्रमुख चुनाव में त्रिवेदीगंज ब्लॉक हारी 2017 में गुटबाजी पूर्व विधायक ने इतनी कर दी हर पंचायत में दो गुट आपस में टकराव पैदा हो गया।
पूर्व विधायक 30 हजार से अधिक मत से पराजित हो गए
2017 नगर निकाय चुनाव में संख्या बहुल अल्पसंख्यक समुदाय से टिकट न देकर अल्प मात्रा शाहू समाज को टिकट दिया गया जिससे सपा हार गई । 2022 विधानसभा आम चुनाव में पिता के अनुकंपा के आधार पर टिकट सपा से राम मगन रावत को मिला और बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा।
2023 के नगर निकाय चुनाव में समाजवादी पार्टी ने जिस कडीडेट को टिकट दिया वो मात्र 29 वोट से हार गया कारण रहा राम मगन रावत द्वारा पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहते हुए
निर्दलीय का समर्थन कर बीजेपी सपर्पित प्रत्याशी को जीत की राह आसान कर दी
पूर्व विधायक राम मगन ने पार्टी के प्रत्याशी का खुल कर विरोध किया निर्दल प्रत्याशी को मैदान में उतारा उनके समर्थको और पूर्व विधायक राम मगन रावत के द्वारा समाजवादी पार्टी से सामूहिक इस्तीफा दे दिया पार्टी विरोधी नारे लगाए जिले के पूर्व मंत्री के खिलाफ नारा लगवाया 85और15 की खाई को पैदा कर नई राजनीति पैदा करने के लिए समाजवादी पार्टी की जड़ में दिन प्रतिदिन मठ्ठा डालने का काम कर रहे है
पार्टी मुखिया कब लेंगे संज्ञान कब करेंगे पार्टी से निष्कासित
2024 में है लोक सभा के आम चुनाव पार्टी को निर्णय लेना होगा जल्द पार्टी विरोधी दीमक को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा कर बाबू रामसेवक यादव जी की धरती को समाजवादी पार्टी बाराबंकी में झंडा बुलंद हो।
रिपोर्ट मेराज अहमद