मदरसा अरबिया मिस्बाहुल-उलूम में जश्ने दस्तारबंदी का हुआ आयोजन

सादुल्लाह नगर/बलरामपुर
बलरामपुर (सादुल्लाह नगर) : इज्जत व गौरव सिर्फ अल्लाह की जात के लिए है वही जिसको चाहता है अता कर देता है जिसे चाहता है निम्न बना देता है वक्त बातें मौलाना अफजालुर्रहमान शेखुउल हदीस हरदोई सादुल्लाह नगर के फतेहपुर स्थित मदरसा अरबिया मिस्बाहउल उलूम में आयोजित कार्यक्रम इस्लाह ए मुशायरा व दस्तारबंदी को संबोधित करते हुए कहा।
उन्होंने कहा कि इंसान जिस रूह का संग्रह है अगर जिस्म से रूह अलग हो जाए तो जिसम इंसान की हैसियत खो देती है फिर इंसान की गणना मय्यत (मृतक) के रूप में होती है जिसे खाक में मिलाने के लिए लोग बेचैन रहते हैं जिस्म को कोई बीमारी लग जाए तो इलाज हेतु डॉक्टर के पास जाते हैं बीमारी दूर करने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा देते हैं क्या हमने कभी सोचा कि हमारी रूह भी बीमार होती है।
मौलाना अफजालुर्रहमान शेखुल हदीस, हरदोई ने कहा कि जब वह बीमार होती है तो पहले अहंकार आता है ईश्वर या वा लालच पैदा होता है इसे पूरा करने के लिए झूठ फरेब धोखा ना जाने कितनी बीमारियों में शामिल हो जाता है जिसका अतंत ईमान भी छीन लेती है जब ईमान छिन जाता है तो संसार में चाहे जितना मान सम्मान गौरव हासिल कर ले खात्मे के साथ होता है अतं में उसका बेड़ा गर्क ही होना है इसलिए हमें चाहिए कि अपनी रूह की बीमारियों के इलाज के लिए ध्यान दें उन्हें उपस्थित युवाओं का आह्वान किया कि रोहानी जो लालच, हसद, झूठ, तकब्बुर अहंकार से दूर रहें। संबोधन के बाद अफजालुर्रहमान शेखुल हदीस हरदोई ने पवित्र कुरान का हाफिजा पूरा करने वाले लड़के के सर पर दस्तार बाधा।
मदरसा के मोहतमिम मौलाना इसहाक साहब, मुफ्ती राशिद साहब दारुल उलूम देवबंद, मौलाना असजद साहब मुरादाबाद
मौलाना साजिद नजीर बंगाल, मुफ्ती तारिक जमील साहब कन्नौज आदि वलमा ने जलसा एवं दस्तारबंदी को संबोधित किया।
इस अवसर पर सपा नेता परवेज़ उमर, रेहान उमर, शफीक सिद्दीकी, तुफूल अहमद, कमर सिद्दीकी, शाहिद हुसैन, तौकीर अहमद, मौलाना मुफ्ती इब्राहिम साहब नेवादवी, मुफ्ती फुजैल साहब फतेहपुरी, आदि लोग शामिल थे।
रिपोर्ट कुतबुद्दीन सिद्दीकी