यूपी में संविदा कर्मियों के लिए न्यूनतम वेतन 20,000 रुपये, तुरंत लागू करने की मांग
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बाराबंकी/यूपी : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की है कि संविदा और निविदा कर्मियों को 20,000 रुपये से कम मानदेय/वेतन का भुगतान नहीं किया जाएगा। इस महत्वपूर्ण घोषणा का स्वागत करते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य परिषद सदस्य रणधीर सिंह सुमन ने राज्यपाल को पत्र लिखकर इसे अविलंब लागू करने की मांग की है।
रणधीर सिंह सुमन का कहना है कि यह घोषणा केवल घोषणा ही न रह जाए, इसलिए आवश्यक है कि बिजली के क्षेत्र में कार्यरत संविदा/निविदा कर्मियों को अविलंब अगले माह से ही इस वेतन व्यवस्था का लाभ दिया जाए। उन्होंने राज्यपाल से आग्रह किया है कि वे उत्तर प्रदेश सरकार को निर्देशित करें कि यह घोषणा तुरंत प्रभाव से लागू हो।
बिजली क्षेत्र में सबसे कम वेतन
सुमन ने बताया कि बिजली क्षेत्र में सबसे कम वेतन संविदा कर्मियों को मिलता है। उन्होंने कहा कि सरकार को हर क्षेत्र में सुधार करने की जरूरत है और इस घोषणा को लागू करने से संविदा कर्मियों को राहत मिलेगी।
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सुमन ने राज्यपाल से यह सुनिश्चित करने की मांग की है कि संविदा कर्मियों को 20,000 रुपये से कम वेतन का भुगतान न किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार को इस दिशा में कदम उठाना चाहिए ताकि संविदा कर्मियों के अधिकारों की रक्षा हो सके और उन्हें उचित वेतन मिल सके।