अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर किशोरी सशक्तिकरण कार्यक्रम का भव्य आयोजन

रिपोर्ट अब्दुर्रहमान
सिद्धार्थनगर : खुनियांव विकास खंड के जबजौवा ग्राम पंचायत स्थित बउरहवा बाबा के प्रांगण में आज, 19 मार्च 2025, को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर पीपुल्स एक्शन फॉर नेशनल इंटीग्रेशन (पानी संस्थान) द्वारा किशोरी सशक्तिकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम को अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित किया गया, जिसमें लगभग 1000 किशोरियों एवं उनके अभिभावकों ने भाग लिया।
किशोरियों को मिला मंच, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए दिया संदेश
कार्यक्रम के दौरान पानी संस्थान के परियोजना समन्वयक **सतीश चौहान** ने संस्थान का परिचय देते हुए कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि एक संदेश देने का अवसर है कि किशोरियां यदि उचित अवसर पाएं, तो वे समाज और देश के लिए बेहतर योगदान दे सकती हैं। विभिन्न ग्राम पंचायतों से आई किशोरियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से यह दर्शाया कि उनमें अपार संभावनाएं हैं।
विशिष्ट अतिथियों की मौजूदगी ने बढ़ाया उत्साह
कार्यक्रम में मिश्रौलिया थाना के कांस्टेबल ओंकार त्रिपाठी, रोजगार संघ के ब्लॉक अध्यक्ष एवं समाजसेवी अखिलेश मौर्य, जबजौवा के प्रधान हशरत अली, बघिनी ग्राम के प्रधान अख्तर अली, तथा अन्य प्रमुख हस्तियों ने अपनी उपस्थिति से किशोरियों का मनोबल बढ़ाया। इसके अलावा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मनभावती, प्रमिला, कुसुम, सुनीता आदि ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।
पानी संस्थान की टीम का अहम योगदान
कार्यक्रम की सफलता में पानी संस्थान की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। संस्थान के कार्यकर्ता जैसे **अखिलेश, आलिया, सुमन, बदामा, जितेंद्र, अमित, कल्पना, बीर बहादुर, सुरेंद्र, और खेल कोच शिवानी** ने इस आयोजन को व्यवस्थित और सफल बनाया।
अभिभावकों को दिया प्रेरणादायक संदेश
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित अभिभावकों से अपील की गई कि वे अपनी बेटियों का समर्थन करें। उनके स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण और कौशल विकास के लिए सक्रिय सहयोग दें और इस दिशा में संस्था के साथ कदम से कदम मिलाकर चलें।
समाज के लिए संदेश
इस आयोजन ने यह दिखाया कि महिला सशक्तिकरण केवल एक विचार नहीं, बल्कि समाज की उन्नति का आधार है। किशोरियों को सशक्त बनाकर उन्हें समाज का नेतृत्व करने के लिए प्रोत्साहित करना अत्यंत आवश्यक है।
यह कार्यक्रम महिलाओं और किशोरियों के हक और अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने में एक बड़ा कदम साबित हुआ। उपस्थित सभी लोगों ने इसे एक महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक पहल के रूप में सराहा।