सादुल्लानगर में धूमधाम से मनाया गया नागपंचमी का पर्व, मंदिर में लगा श्रद्धालुओं का तांत
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सादुल्लानगर के अहरौला गांव में स्थित शिव मंदिर प्रांगण में पारंपरिक खेल कुश्ती, कबड्डी, खो-खो एवं लाठी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। पढ़ें पूरी खबर
सादुल्लानगर/बलरामपुर : हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार सावन मास की शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि को नागपंचमी का त्यौहार मनाया जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन नाग देवता की पूजा करने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है. साथ ही सर्पदंश या सर्प दोष से मुक्ति मिलती है. अहरौला में 30 साल से भी ज्यादा पुराने शिव मंदिर में नाग पंचमी पर सैकड़ों लोगों ने विशेष पूजा अर्चना की. लोगों ने नाग देवता का दुग्धाभिषेक किया और आशीर्वाद मांगा.
सादुल्लानगर के अहरौला गांव में स्थित शिव मंदिर प्रांगण में पारंपरिक खेल कुश्ती, कबड्डी, खो-खो एवं लाठी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें विजेता टीम को रमेश चन्द्र तिवारी, विष्णु गुप्ता व कुतबुद्दीन सिद्दीकी की तरफ से पुरस्कृत किया गया।
गांव के लोगों ने कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए मंदिरों में पूजा-अर्चना की। नागपंचमी के अवसर पर घर में सुख संपन्नता व समृद्धि के लिए सुबह परंपरागत परिधानों में सजी धजी महिलाओं और लड़कियों ने शिवमंदिर पहुंच पूजा-अर्चना की। सुबह से घरों के बाहर गोबर से नाग देव का चिह्न बनाकर उसकी पूजा की। महिलाओं ने नागदेव की कथा भी सुनी।