गोंडा : सीएमओ आफिस के सामने ही छह अवैध जांच केंद्र हो रहे हैं संचालित।
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रिपोर्ट : नौशाद खान | आईटीएन गोंडा |
तीन साल से पंजीकरण नहीं, स्वास्थ्य विभाग ने दिया नोटिस
गोंडा यूपी। जिले में संचालित अवैध जांच सेंटर मनमानी शुल्क वसूलने के साथ मानकविहीन रिपोर्ट देकर मरीजों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं। जिले में करीब 100 से अधिक डायग्नोसिस व एक्सरे सेंटर संचालित हैं। बता दें कि मात्र 32 सेंटरों का ही पंजीकरण है। इतना ही नहीं सीएमओ कार्यालय के सामने ही आधा दर्जन डायग्नोसिस सेंटर बिना पंजीकरण के संचालित हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इन्हें नोटिस देकर कार्रवाई के निर्देश देने की बात कही जा रही है।
शहर से लेकर छोटे बाजारों तक बिना पंजीकरण डाग्नोसिस सेंटर संचालित हैं। यही नहीं स्वास्थ्य महकमे के मुख्य कार्यालय के सामने आधा दर्जन जांच सेंटर संचालित हैं। इन सेंटरों पर बिना पैथालॉजिस्ट व रेडियोलॉजिस्ट के अप्रशिक्षित लोग जांच कर रिपोर्ट देकर मरीजों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
- डॉक्टर नहीं, लैब टेक्नीशियन करते जांच
जिला महिला अस्पताल के सामने संचालित करीब दर्जनभर पैथालॉजी व एक्सरे सेंटरों में डॉक्टरों के बिना मरीजों का जांच किया जा रहा है। सरकारी मानक के अनुसार पैथालॉजी के लिए प्रमाणित एमडी पैथालॉजिस्ट या एमडी माइक्रोबायोलॉजिस्ट जरूरी है। अल्ट्रासाउंड के लिए रेडियालॉजिस्ट होना अनिवार्य है, लेकिन इन केंद्रों पर सामान्य लैब टेक्नीशियन से जांच करवाकर मरीजों को रिपोर्ट दे दिया जाता है।
मिश्रा एक्सरे एंड पैथालॉजी, मेयो पैथालॉजी ऐसे जांच सेंटर संचालित हो रहे हैं, जिन पर सेंटर तथा स्पैन लैबोट्रीज बिना पंजीकरण संचालित हैं। इसके अलावा शहर में कई ऐसे जांच सेंटर संचालित हो रहे हैं जिस पर न तो जरुरी डिग्री वाले डॉक्टर बैठते, न ही इनका स्वास्थ्य विभाग में पंजीकरण है।
- कमीशन के चक्कर में कराते गैर जरूरी जांचें
जिला अस्पताल व महिला अस्पताल के डॉक्टर कमीशन के चक्कर में लगभग हर मरीज को जांच लिख देते हैं। महिला अस्पताल में करीब छह सौ महिलाओं का ओपीडी में इलाज होता है। जिनसे 500 से अधिक महिलाओं को अल्ट्रासाउंड व अन्य जांच करवानी पड़ती है। मरीज को आशा कर्मियों के माध्यम से जांच सेंटर पर भेजा जाता है, जहां डॉक्टर का कमीशन तय होता है।
• जिला अस्पताल के सामने कृष्णा एक्सरे एंड पैथोलॉजी सेंटर, प्रकाश पैथोलॉजी, मिश्रा एक्सरे एंड पैथोलॉजी, मेयो पैथालॉजी सेंटर तथा स्पैन लैबोट्रीज व दुर्गा फिजियोथेरेपी एंड पेन रिलीफ सेंटर को नोटिस भेजकर एक सप्ताह के अंदर पंजीकरण प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया गया है। अन्यथा इन सेंटरों को सीज कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी-डॉ. रश्मि वर्मा, सीएमओ गोंडा