उत्तर प्रदेश सरकार की अवैध हॉस्पिटल, नर्सिंग होम व पैथोलॉजी पर हुई तिरछी निगाहें

सिद्धार्थनगर जनपद के कई स्थानों पर स्वास्थ्य विभाग टीम लगातार अवैध अस्पताल पैथोलॉजी व नर्सिंग होम और मानक विहीन चल रहे अस्पतालों पर कार्रवाई की जा रही है।
मजे की बात यह है कि ————
तहसील गेट के सामने ही साजिदा हॉस्पिटल चल रहा है। इन दिनो साजिदा हॉस्पिटल काफी चर्चा में है साजिदा हॉस्पिटल पर कई डॉक्टरों के नाम बोर्ड पर अंकित हैं लेकिन वहां पर कोई डॉक्टर मौजूद नहीं रहता।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी सिद्धार्थनगर द्वारा इन दिनों अभियान चलाया जा रहा है। झोलाछाप डॉक्टर व फर्जी क्लिनिको पर लगातार छापामारी कर उनको नोटिस दिया जा रहा है। आप को बताते चलें कि डुमरियागंज साजिदा अस्पताल मानक विहिन के रूप मे चल रहा है। अस्पताल पर लगे बोर्ड पर डाक्टरों के नाम तो दिखाई दे रहे है लेकिन अस्पताल पर अधिकांश डॉक्टर नहीं रहते है। अस्पताल में ना ही कोई मशीनरी की व्यवस्था है जिस से मरीज की जांच हो सके। अस्पताल में अनट्रेंड स्टाप को रखा गया है उन्हीं के द्वारा इलाज किया जा रहा है। जिस से आए दिन मरीजो को खतरे का सामना करना पड़ता है यदि अस्पताल में लगे सीसी टीवी कैमरे की जांच की जाय तो सच्चाई सामने आ जाएगी। मजे की बात यह है कि सामुदायिक स्वास्थ केन्द्रर बेवा के अधीक्षक व उपजिला अधिकारी महोदय का आना जाना उसी रास्ते से है उप जिलाधिकारी के अवास व अफिस से मात्र 50 मीटर की दूरी पर साजिदा अस्पताल स्थित है। क्या उप जिला अधिकारी की अस्पताल पर नजर नहीं पड़ती है या फिर देख कर अनदेखा किया जा रहा है । मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने अपने आदेश में यह स्पष्ट कहा है की यदि समय रहते जांच अधिकारी कार्रवाई करते तो स्वास्थ्य विभाग की छवि धूमिल ना होती यदि स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी मानक विहीन अस्पताल पर अंकुश नहीं लगाएंगे तो मरीजो की जान जा सकती है।
साजिदा हॉस्पिटल पर स्वास्थ्य विभाग आखिर क्यों है मेहरबान
जब पूरे जिले में मानक विहीन हॉस्पिटल और पैथोलॉजी व नर्सिंग होम पर कार्रवाई की जा रही तो डुमरियागंज में साजिदा हॉस्पिटल पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। आखिर स्वास्थ्य विभाग साजिदा हॉस्पिटल पर कार्रवाई करने से क्यों कतरा रहा है।
रिपोर्ट शहाबुद्दीन फारुकी